राष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस पर दीपका में हुई संगोष्ठी….प्रत्येक नागरिक को स्वतंत्र होकर जीवन जीने का अधिकार हमारे संविधान के द्वारा दिया गया है* *शीतल निकुंज*


गेवरा/दीपका
दीपका में विश्व मानवाधिकार दिवस पर आयोजित मानव अधिकार नागरिक अधिकारों कि रक्षा के लिए कार्यरत राष्ट्रव्यापी संगठन सोशल फोरम ऑन ह्यूमन राइट्स संस्था द्वारा आयोजित कार्यक्रम में उपस्थित मुख्य अतिथि की आसंदी से बोलते हुए श्रीमती शीतल निकुंज सचिव व्यवहार न्यायाधीश विधिक सेवा प्राधिकरण कोरबा ने संविधान के द्वारा प्रत्येक नागरिकों को दिए गए अधिकारों के बारे में जानकारी देते हुए महिला उत्पीड़न बाल शोषण जैसे ज्वलंत मुद्दों पर प्रकाश डालते हुए पास्को एक्ट का भी जिक्र किया और बताया कि प्रत्येक नागरिक को स्वतंत्र होकर जीवन जीने का अधिकार हमारे संविधान के द्वारा हमें दिया गया है जिसकी रक्षा और सुरक्षा के लिए इन अधिकारों के माध्यम से लोगों को जागरुक करने और न्याय दिलाने का कार्य मानव अधिकार नागरिक अधिकारों की रक्षा के लिए कार्यरत राष्ट्रव्यापी संगठन सोशल फोरम ऑन ह्यूमन राइट संस्था कर रही है वह अकल्पनीय है लोग अपने अधिकारों के बारे में जागरूक होंगे तो परिवार के साथ साथ राष्ट्र भी मजबूत होगा।
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*बॉक्स*
*लिविंग आफ् रिलेशनशिप हमारे परिवार और समाज के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है*
*अर्चना उपाध्याय*
छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग की सदस्य अर्चना उपाध्याय ने महिला उत्पीड़न लैंगिक शोषण घरेलू हिंसा और लिव-इन रिलेशनशिप जैसे तमाम मुद्दों पर अपनी बात रखते हुए महिलाओं पर हो रहे अत्याचार पर प्रकाश डाला और कहां की छत्तीसगढ़ हमारा अल्प विकसित क्षेत्र है यदि किसी महिला के साथ सामाजिक या घरेलू उत्पीड़न रहा है तो छत्तीसगढ़ महिला आयोग उस महिला को न्याय दिलाने त्वरित कार्रवाई कर रही हैै महिला आयोग के द्वारा एक माह के भीतर या पहली दूसरी सुनवाई में ही महिला को उचित न्याय दिलाने का प्रयास किया गया है जो कि पहले यदि किसी महिला के साथ घरेलू हिंसा या अत्याचार होता था तो कानूनी प्रक्रिया में सालों गुजर जाता था जो कि अब महिला आयोग में शिकायत आने पर त्वरित संज्ञान लेकर महिला को न्याय दिलाया जा रहा है।
इन्होंने लिविंग ऑफ रिलेशनशिप को हमारे समाज और परिवार के लिए दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा यहां आयोग के पास सबसे ज्यादा केस लिविंग ऑफ रिलेशनशिप का है इस कार्य में महिला और पुरुष दोनों प्रभावित हो रहे हैं आज महिलाएं ही महिला होकर लव मैरिज के बहकावे में आकर एक दूसरे के परिवार को बर्बाद हो कर रही हैं जो कि उचित नहीं है।
ऐसे केस आने पर आयोग द्वारा महिला को नारी निकेतन केंद्र भेजकर 4-6 माह रखकर ब्रेनवाश किया जाता है छत्तीसगढ़ महिला आयोग में ऐसे कई केस सुलझा कर लोगों के परिवार को बचाया गया है।
उक्त कार्यक्रम के माध्यम से संगठन ने दीपका में स्कूली बच्चों के लिए निबंध और स्लोगन प्रतियोगिता का आयोजन कर प्रतिभागी बच्चों को मुख्य अतिथियों के हाथों प्रमाण पत्र देकर सम्मानित भी किया जिसमें निबंध प्रतियोगितामें जूनियर एवं सीनियर वर्ग से मिडिल स्कूल बींझरा इंडस पब्लिक स्कूल,सरस्वती शिशु मंदिर,डीएवी पब्लिक स्कूल, सेंट थॉमस पब्लिक स्कूल दीपका एवं शासकीय बालक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय विजय नगर के बच्चे सम्मिलित हुए
उक्त कार्यक्रम में आए हुए सभी अतिथियों ने मानव अधिकार के बारे में अपने विचार व्यक्त किए जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में एस भाटी जीएम
माइनिंग गेवरा प्रोजेक्ट नौशाद खान ब्यूरो चीफ नवभारत कोरबा लक्ष्मी चौहान समाजसेवी तथा बीता चक्रवर्ती चंद्रबाला शुक्ला बाल कल्याण समिति। उपस्थित रहे कार्यक्रम में संगठन से राष्ट्रीय महासचिव मो० वहीद सिद्धीकी राष्ट्रीय संयुक्त सचिव एच के पासवान प्रदेश अध्यक्ष गणपत चौहान महासचिव तनवीर अहमद जेके शर्मा तथा अन्य राज्यों से आए प्रतिनिधि बीआर सेगांवकर महाराष्ट्र रमेश कुमार मिश्रा उड़ीसा से उपस्थित हुए कार्यक्रम में विशेष योगदान देते हुए सुजीत श्रीवास्तव हेमचंद्र सोनी सुशील तिवारी साज़ी थॉमस अभिषेक चरण दुर्गेश ठाकुर तारकेश्वर मिश्रा पंकज सिंह मुकेश सिंह जावेद खान राजेश सिंह अब्दुल रहमान संजीव ठाकुर रणधीर राय जितेंद्र रायकेसरी सिरताज कुरैशी सुरेंद्र सिंह भाटिया सुदामा चंद्र रंजन राय का विशेष योगदान रहा।