सूरजपुर से पांच एक्सपर्ट की टीम बुलाई गई है ।जो लगातार हाथी की निगरानी कर लोगो को इसके बारे में जानकारी दे रही है।
कटघोरा वनमंडल में विचरण कर रहे हाथियों के झुंड में से एक दंतैल हाथी अलग हो चुका है जो लगातार क्षेत्र में उत्पात मचा रहा है। आम लोगों के लिए प्राणघाती बन चुका हाथी जन सुरक्षा की दृष्टि से वन मंडल के लिए चुनौती बना हुआ है। पिछले कुछ दिनों में ही चार लोगों को मौत के घाट भी उतर चुका है। इस हाथी को कटघोरा वनमंडलाधिकारी कुमार निशांत ने चेतक नाम दिया है। चेतक को कंट्रोल करने के लिए वन विभाग की टीम लगातार नए-नए तरह का उपाय कर रही है। जहां रात में लगातार इस हाथी की निगरानी हो सके इसके लिए थर्मल ड्रोन कैमरे का सहारा लिया जा रहा है तो वहीं दूसरी ओर इस चेतक हाथी को कंट्रोल करने और उसे झुंड से मिलाने के लिए अब सूरजपुर से पांच एक्सपर्ट की टीम बुलाई गई है जो लगातार चेतक की निगरानी कर लोगों को उसके बारे में जानकारी दे रहे हैं।
उसे झुंड से मिलाने का प्रयास भी जारी है। जिससे उत्पात में नियंत्रण हो। कटघोरा वनमंडलाधिकारी कुमार निशांत निश्चित तौर पर अपनी टीम के साथ दिन और रात 24 घंटे हाथियों की निगरानी कर लोगों को सजग व सावधान करने में लगे हुए हैं ताकि लोगों को सुरक्षित रखा जा सके और जान-माल का नुकसान कम से कम हो।