CBSE 12वीं के रिजल्ट का फॉर्मूला:30:30:40 फॉर्मूला पर राजी हो सकती है कमेटी; यानी 10वीं और 11वीं के नंबर्स के साथ फोकस 12वीं के असेसमेंट पर

CBSE 12वीं के रिजल्ट के लिए 10वीं, 11वीं और 12वीं के नंबर्स जोड़े जाने पर विचार चल रहा है। CBSE का 13 सदस्यीय पैनल 10वीं, 11वीं और 12वीं के नंबर 30:30:40 के अनुपात में जोड़कर रिजल्ट तैयार करने के तरीके पर राजी हो सकता है।

टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, रिजल्ट के लिए 10वीं और 11वीं के नंबर को 30-30% और 12वीं के बोर्ड एग्जाम से पहले लिए गए टेस्ट को 40% वेटेज दिया जा सकता है। इस कमेटी को 17 जून को रिजल्ट के संबंध में अपनी रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट को सौंपनी है और इसके बाद ये फॉर्मूला अनाउंस किया जा सकता है।

30:30:40 फॉर्मूला पर पैनल के 3 तर्क
1. पैनल के सदस्य ने कहा कि हमने केंद्र की तरफ से संचालित नवोदय विद्यालयों, CBSE, इससे जुड़े स्कूलों और अन्य स्कूलों से चर्चा की है। सामने आया कि इस बार जो 12वीं का बैच है, वो पूरी तरह ऑनलाइन चला है। ऐसे में बहुत अनिश्चितता है। क्लास सामान्य स्थितियों में नहीं चली हैं और असेसमेंट भी पूरी तरह नहीं हो पाया है।

2. ऐसे में पैनल को केवल 12वीं के असेसमेंट के आधार पर रिजल्ट तैयार करना उचित नहीं। हमें सामान्य स्थितियों में छात्रों द्वारा दी गई परफॉर्मेंस को आंकना होगा। ऐसे में 10वीं की परफॉर्मेंस बहुत अहम हो जाती है। ये सबसे विश्वसनीय डेटा है, जो CBSE ने अपने एग्जामिनेशन सेंटर्स पर लिया है और इसका मूल्यांकन बाहर किया गया है। इसी तरह 11वीं के एग्जाम भी लॉकडाउन के पहले ही हो गए थे। ये सभी परीक्षाएं अलग-अलग स्थितियों में हुई हैं।

3. कमेटी 12वीं को ज्यादा तरजीह देने के बारे में सोच रही है। पर अगर ओवरऑल बात की जाए, तो 10वीं-11वीं को 30-30% और 12वीं को 40% वेटेज दिए जाने पर सहमति बन सकती है। हालांकि, कुछ सदस्य 10वीं और 11वीं को ज्यादा वेटेज देने की बात भी कर रहे हैं। कुछ स्कूल भी इसी पक्ष में हैं। अभी इस पर कुछ भी फाइनल नहीं है।

28 जून तक नंबर अपलोड करने हैं
सूत्रों के मुताबिक, CBSE से जुड़े स्कूलों के प्रिंसिपलों ने कमेटी को बताया है कि वे 10वीं, 11वीं और 12वीं के 2020-21 में लिए गए टेस्ट और एग्जाम के नंबर देने की स्थिति में हैं। मुंबई के स्कूलों में पिछले साल कोई भी ऑफलाइन टेस्ट और प्रैक्टिकल नहीं हो पाया है और कोई फिजिकल क्लास भी नहीं चली है। जो स्कूल प्रैक्टिकल नहीं ले पाए हैं, उन्हें ऑनलाइन प्रैक्टिकल और ओरल टेस्ट की मंजूरी दी गई है। इसके अलावा 12वीं के इंटरनल असेसमेंट के नंबर भी 28 जून तक CBSE के सिस्टम पर अपलोड करने के निर्देश दिए गए हैं।

PM ने 1 जून को परीक्षा रद्द की थी
इससे पहले कोरोना महामारी के बीच केंद्र सरकार ने मंगलवार यानी 1 जून को देशभर में 12वीं बोर्ड के एग्जाम कैंसिल कर दिए थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने परीक्षा रद्द करने की घोषणा के साथ कहा था कि 12वीं का रिजल्ट तय समय सीमा के भीतर और तार्किक आधार पर तैयार किया जाएगा। ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यह है कि आखिर स्टूडेंट्स का असेसमेंट किस आधार पर होगा।