खदान में कोयला निकालने के लिए ब्लास्टिंग-रहित अत्याधुनिक तकनीक से लैस सरफेस माइनर का प्रयोग के बारे में बताया गया।
कोरबा, 20 अप्रेल। शनिवार को छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मंडल (Chhattisgarh Environment Protection Board ), रायपुर की अध्यक्ष आर. संगीता ने कुसमुंडा ओ.सी. विस्तार परियोजना का दौरा किया। एसईसीएल निदेशक तकनीकी फ्रैंकलिन जयकुमार के साथ उन्होंने खदान के कार्यसंचालन के बारे में जाना।
इस दौरान कुसमुंडा टीम ने बताया कि किस तरह कुसमुंडा खदान छत्तीसगढ़ के आर्थिक विकास में योगदान दे रही है और बीते वित्त वर्ष 23-24 में 50 मिलियन टन कोयला उत्पादन हासिल करने वाली देश की दूसरी खदान बनी है।