टिकट मिलते ही लखन को आई गरीबों की याद, पट्टा के बहाने जनता को कर रहे गुमराह, जबकि सर्वे सूची तैयार

 

कोरबा। कोरबा जिले में झुग्गी झोपड़ियों में निवासरत लोगों को पट्टा देने को लेकर राजनीति हो रही है। एक दिन पहले भाजपा के झुग्गी झोपड़ी प्रकोष्ठ, जिला अध्यक्ष राजीव सिंह सहित प्रत्याशी लखन लाल देवांगन ने प्रेस वार्ता का आयोजन का आंदोलन करने की बात कही है। इस मामले में नगर पालिका निगम कोरबा के महापौर राजकिशोर प्रसाद और जिला कांग्रेस कमेटी शहर की अध्यक्ष सपना चौहान ने संयुक्त तौर पर बयान जारी किया है।
भाजपा प्रत्याशी पर हमला बोलते हुए महापौर और कांग्रेस के शहर अध्यक्ष ने कहा कि विधानसभा से प्रत्याशी बनाए जाने के बाद वह अचानक जाग गए हैं। भाजपाई पट्टे के बहाने गरीबों को बरगलाने का प्रयास कर रहे हैं। इनके प्रत्याशी वैसे तो विपक्ष में रहकर 5 साल तक सोए हुए थे। उन्हें प्रदेश और जिले में क्या चल रहा है, इसकी कोई खबर नहीं थी। लेकिन जैसे ही भाजपा ने उनका टिकट फाइनल किया। उन्हें अचानक गरीबों की याद आ गई। वह उन्हें पट्टा दिलाने की बात कहकर आंदोलन की तैयारी करने लगे। वह झूठ का सहारा लेकर राजनीति कर रहे हैं। भाजपाइयों को कहना है कि कांग्रेस ने गरीबों को पट्टा दिलाने की दिशा में कोई प्रयास नहीं किया जबकि यह सरासर झूठ है। भाजपा प्रत्याशी और अन्य सभी भाजपाइयों को तथ्यों की कोई जानकारी नहीं है। दरअसल यही भाजपा का हथकंडा है, तथ्यों को छुपाकर झूठ बोलो और जनता को गुमराह करो। वास्तविकता यह है कि नगर पालिका निगम कोरबा और नगर पालिका परिषद कटघोरा में छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा राजीव गांधी आश्रय योजना के तहत पट्टा वितरण की तैयारी कर ली है। नगर पालिका निगम कोरबा और नगर पालिका परिषद कटघोरा क्षेत्र से पट्टा प्राप्त करने के लिए 14270 आवेदन मिले हैं। जिन पर आवश्यक करवाई जा रही है। संयुक्त कलेक्टर की अध्यक्षता में किये गए सर्वे के पश्चात पट्टा वितरण के लिए हितग्राहियों की सूची कलेक्टर कार्यालय में दावा आपत्ति के लिए लंबित है। इस प्रक्रिया के तहत कलेक्टर ने नगर पालिका निगम को ऐसी शासकीय भूमि जो एसईसीएल की है। जिसे एसईसीएल ने शासन को सरेंडर किया है। जिस भूमि पर निवासरत लोगों को पट्टा वितरण किया जाना है। उसका सर्वे करने को कहा था। संयुक्त कलेक्टर की अध्यक्षता में सर्वे दल का गठन कर सर्वे का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। 10 दिन के भीतर अंतिम आदेश भी जारी हो जाएगा और शीघ्र ही पात्र हितग्राहियों को पट्टे का वितरण किया जाएगा। इसके लिए राजस्व मंत्री ने आवश्यक आदेश जारी कर दिए हैं। जिसके तहत सिर्फ कोरबा नहीं ही नहीं राजभर में के झुग्गी, झोपड़ी में निवासरत लोगों को इसका लाभ मिलेगा।

5 साल बैठे रहते हैं घर में, चुनाव आते ही करने लगते हैं जनता के हितैषी का ढोंग

महापौर राजकिशोर प्रसाद और सपना चौहान ने कहा है कि जब-जब चुनाव आता है। तब भाजपा और इनके प्रत्याशी जैसा नेताओं को जनता की याद आती है। लखन 5 साल पहले कटघोरा क्षेत्र से विधायक रहे। पिछले चुनाव में वह चुनाव हार गए। कटघोरा की जनता उन्हें नकार चुकी है। अब वह किस मुंह से वापस कटघोरा जाते, इसलिए इन्होंने कोरबा का रुख किया है, लेकिन उन्हें यह भी समझ लेना चाहिए कि जो दुर्गति करघोरा में हुई थी। अब वही हाल कोरबा विधानसभा में भी होगा। हम उनसे पूछना चाहते हैं कि चुनाव हारने के 5 साल तक, वह कहां थे? किस कोने में दुबके हुए थे। क्या वह इस बात का इंतजार कर रहे थे कि 5 साल बाद जब फिर से टिकट मिलेगा तब कोई आंदोलन करेंगे? ऐसे लोग चुनाव आने के पहले ही सक्रिय होते हैं, फिर झूठ बोलते हैं। झूठ बोलकर जनता को गुमराह करके, वह चुनाव जीतना चाहते हैं। जिससे पता चलता है कि इन्हें जनहित और जनता की भलाई से कोई मतलब नहीं है। इनका मकसद केवल कुर्सी हासिल करना है। जबकि दूसरी तरफ कोरबा के विधायक व राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल लगातार गरीबों की सेवा में लगे रहते हैं। वह जिला और राज्य के विकास के लिए योजनाएं बनाते हैं। वह एक मिनट भी शांत नहीं बैठते और जनहित के कार्यों में लगे रहते हैं। पट्टा वितरण भी राजस्व विभाग की ही योजना है। जिसके लिए जयसिंह अग्रवाल ने ठोस कार्ययोजना तैयार की है। पट्टा के लिए पात्रता रखने वाले जिले और राज्य के प्रत्येक व्यक्ति को राजीव गांधी आश्रय योजना के तहत उनका अधिकार मिलेगा। उन्हें हर हाल में पट्टा उपलब्ध कराना के लिए राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल और कांग्रेस की सरकार दृढ़ संकल्पित है।

4600 पीएम आवास और 3000 मोर आवास भी बने

शहर अध्यक्ष सपना चौहान और महापौर प्रसाद ने यह भी कहा कि भाजपाइयों ने पीएम आवास के नाम पर भी झूठ कहा है। उन्होंने कहा कि कोरबा जिले व राज्य में पीएम आवास नहीं बने। वास्तविकता यह है कि नगर पालिका निगम कोरबा में 4600 पीएम आवास स्वीकृत किए गए हैं। ज्यादातर का निर्माण पूर्ण हो चुका है। जबकि कुछ का निर्माण जारी है। इसी तरह मोर मकान मोर चिन्हारी के तहत गरीबों को 3265 मकान बना कर दिए गए हैं। झुग्गी झोपड़ियां से लोगों को व्यवस्थापन कर यहां बसाया गया है। इसका बजट 10902 लख रुपए है। इस तरह भाजपाई केवल झूठ का पुलिंदा बोलकर जनता को गुमराह करने का प्रयास करते हैं। यदि लखनलाल और भाजपाई चाहें, तो इन हितग्राहियों की सूची हमसे आकर ले लें। हम उन्हें उपलब्ध करा देंगे। वह खुद भी जाकर हितग्राहियों से मिल सकते हैं। यह देखें कि कांग्रेस के सरकार में कैसे गरीबों के अपने मकान का सपना पूरा हुआ है।