CG में एक और सियासी खेला:अजीत जोगी की जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ का कांग्रेस में हो सकता है विलय, सोनिया गांधी से मिलने पहुंची रेणु जोगी

अजीत जोगी के निधन के बाद जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ की कमान रेणु जोगी और उनके बेटे अमित जोगी के पास है।
कांग्रेस सरकार में मुख्यमंत्री पद के लिए मचे घमासान के बीच छत्तीसगढ़ की राजनीति में नया खेला शुरू हो गया है। दिवंगत पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी की पार्टी जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के कांग्रेस में विलय की प्रक्रिया शुरू हो सकती है। इस मुद्दे पर बातचीत के लिए जनता कांग्रेस की केंद्रीय अध्यक्ष डॉ. रेणु जोगी कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलने दिल्ली पहुंची हैं। यह मुलाकात आज ही होनी है।

पार्टी सूत्रों ने बताया, जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ की केंद्रीय अध्यक्ष डॉ. रेणु जोगी गुरुवार शाम की उड़ान से दिल्ली पहुंची हैं। यह वही विमान था, जिससे कांग्रेस के अधिकतर विधायक दिल्ली जा रहे थे। पार्टी पदाधिकारी ने बताया, इस संबंध में कई दिनों से चर्चा चल रही थी। सोनिया गांधी ने आज मुलाकात और बातचीत के लिए समय दिया था। उसके बाद डॉ. जोगी दिल्ली गई हैं। आज दोनों नेताओं के बीच बातचीत से जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ का भविष्य तय होगा।

पार्टी के नेताओं को उम्मीद है कि पार्टी का कांग्रेस में विलय का सम्मानपूर्ण रास्ता निकल आएगा। जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ इस समय प्रदेश की तीसरी बड़ी राजनीतिक ताकत है। 90 सदस्यों वाली विधानसभा में इस पार्टी के 4 विधायक हैं। जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ और बसपा गठबंधन ने 2018 के विधानसभा चुनाव में 7 सीटें जीती थीं। इसमें से 5 सीटें जकांछ की थी। मई 2020 में अजीत जोगी के निधन से एक सीट खाली हो गई।

टूट के कगार पर है जनता कांग्रेस
अजीत जोगी के निधन के बाद जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। पार्टी के चार विधायकों में से देवव्रत सिंह और प्रमोद शर्मा कांग्रेस के साथ खड़े हो गए हैं। हालांकि दल-बदल कानून की अड़चनों की वजह से उनका कांग्रेस में जाना संभव नहीं हो पा रहा था। अभी सिर्फ रेणू जोगी और लोरमी से विधायक धरमजीत सिंह ही जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के साथ हैं। पार्टी की स्थापना के साथ जुड़े कई बड़े नेता वापस कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं।

2016 में अजीत जोगी ने बनाई थी पार्टी
साल 2014 में हुए अंतागढ़ उपचुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार मंतूराम पवार को नाम वापसी से जुड़े विवाद में एक ऑडियो टेप में अजीत जोगी और उनके बेटे अमित जोगी का नाम आने के बाद कांग्रेस ने अमित जोगी को पार्टी से निकाल दिया था। अजीत जोगी को भी संगठन ने किनारे कर दिया। 6 जून 2016 को अजीत जोगी ने बिलासपुर के कोटमी में आयोजित एक जनसभा में नई पार्टी के गठन की घोषणा की। बाद में इसका नाम जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ रखा गया।