कोरबा के सीतामढ़ी मुख्य मार्ग शनि मंदिर के पास मधुमक्खियों के झुंड ने राहगीरों पर हमला कर दिया। मधुमक्खियों के हमले में कई राहगीर घायल हो गए। इस दौरान कई लोग प्राथमिक उपचार के लिए अस्पताल के लिए रवाना हुए, तो कई लोग अपने गंतव्य के लिए रवाना हो गए।
दरअसल, शनि मंदिर के पास उस वक्त अफरा-तफरी मच गई जब मधुमक्खियों के झुंड ने राहगीरों पर हमला करना शुरू कर दिया। पहले तो लोगों को समझ नहीं आया की लोग भाग क्यों रहे हैं, जब मधुमक्खियों के झुंड ने एक के बाद एक राहगीर पर हमला करना शुरू किया तो लोगों को समझ आ गया की मधुमक्खियों के झुंड ने हमला कर दिया है।
ठीक इसी समय यात्री ट्रेन भी पहुंची हुई थी, जहां कुछ लोग ऑटो से जा रहे थे तो कुछ लोग बाइक से तो कुछ लोग पैदल निकल पड़े थे। इस दौरान लोगों ने देखा कि मधुमक्खियों का झुंड लोगों पर हमला कर रहा है तब राहगीर भागने लगे और पहले ही रुक गए। वहीं ऑटो पर सवार लोग तेजी से भागते नजर आए तो बाइक और अन्य राहगीर स्टेशन के पास ही रुके रहे।
पीपल पेड़ पर मधुमक्खियों ने बना रखा है छत्ता
वार्ड पार्षद सफल दास महंत ने बताया कि सीतामढ़ी शनि मंदिर नहर के नीचे और पीपल पेड़ पर मधुमक्खियों ने छत्ता बनाकर रखा हुआ है इससे पहले भी कई बार मधुमक्खियों के हमले से राहगीर घायल हो चुके हैं। मधुमक्खियों के छत्ते पर पक्षी चोंच मार देता है तो कई बार सामाजिक तत्व छेड़छाड़ करते हैं जिसके चलते यह घटना घटती है।
भाग कर बचाई जान
राहगीर आनंद दास महंत ने बताया कि वह रेलवे कॉलोनी का रहने वाला है और किसी काम से घर वापस लौट रहा था। इस दौरान अचानक मधुमक्खियों के झुंड ने हमला कर दिया। उसने किसी तरह भाग कर अपनी जान बचाई। मधुमक्खियां के झुंड ने लगभग एक दर्जन से अधिक लोगों पर हमला किया है।
मधुमक्खियों के छत्ते के पास स्कूल और बस्ती है
सबसे गंभीर बात यह है कि जिस जगह पर मधुमक्खियों का छत्ता बना हुआ है वहां मुख्य मार्ग है इसके अलावा आसपास स्कूल और बस्ती भी है ऐसे में कभी भी कोई बड़ी दुर्घटना घट सकती है। समय रहते इस मधुमक्खी के छत्ते को हटाया जाना चाहिए ताकि लोग राहत की सांस ले सके।