कोरबा । कांग्रेस शासन काल में सरकारी जमीन में किए गए अतिक्रमण पर अब कार्रवाई शुरू हो गई है। राताखार से सर्वमंगला मंदिर मेन रोड़ किनारे किए गए अवैध निर्माण पर निगम प्रशासन का बुलडोजर चला दिया गया। साथ ही अन्य कब्जाधारियों को तत्काल कब्जा खाली कर देने की चेतावनी दी गई है। पहले दिन तीन लोगों पर कार्रवाई की गई है। मेन रोड के किनारे राखड़ डंप कर कई एकड जमीन में कब्जा करने का प्रयास किया जा रहा था।
सरकार बदलते ही सबसे सरकारी शराब दुकानों के आसपास अवैध रूप से संचालित चखना दुकानों पर प्रशासन की कार्रवाई की गाज गिरी। इसके बाद सोमवार को शासकीय भूमि पर कब्जा करने वालों पर कार्रवाई शुरू कर दी गई। राताखार से सर्वमंगला मंदिर मैन रोड किनारे मुर्तुजा नामक व्यक्ति ने अवैध रूप से राखड़ डंप करा सामने गैरेज खोल पीछे काफी मात्रा में जमीन पर कब्जा कर लिया था। यहीं पास में राजेश यादव नामक व्यक्ति भैस खटाल का संचालन शासकीय जमीन पर कर रहा था। एक अन्य किशोर नामक व्यक्ति द्वारा किए गए कब्जे पर भी नगर निगम व प्रशासन की संयुक्त टीम ने बुलडोजर चलाने की कार्रवाई की है। नगर निगम प्रशासन का कहना है कि इन्हें पहले भी नोटिस जारी कर कब्जा खाली करने मोहलत दी गई थी, किंतु उस पर अमल नहीं किया गया। इस वजह से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की गई है। इस क्षेत्र में कई और सरकारी जमीनों पर बेजा कब्जा कर लिया है। उन्हें भी जल्द खुद से कब्जा छो़ड़ देने की चेतावनी निगम के अधिकारियों ने दी है। प्रशासन ने शासकीय भूमि में कब्जा कर अवैध निर्माण करने वालों की सूची तैयार कर ली है। इस कार्रवाई के बाद न केवल राताखार बल्कि अन्य क्षेत्र में कब्जा करने वालों में हडकंप मच गया है।
तब मुर्तजा के पक्ष में ननकीराम बैठ गए थे धरने पर
यहां बताना होगा कि जिस मुर्तजा के अवैध कब्जे पर निगम ने बुलडोजर चलाया है, इसके पूर्व उसके समर्थन में रामपुर के तत्कालीन विधायक व भाजपा नेता ननकीराम कंवर, कुआंभट्ठा क्षेत्र में धरने में बैठ गए थे। दावा यह किया गया था कि मुर्तजा की जमीन है और उसकी जमीन पर कोई ओर व्यक्ति कब्जा करने का प्रयास कर रहा। जबकि दूसरे पक्ष का कहना था कि जमीन की रजिस्ट्री समेत सभी दस्तावेज उनके पास है और उल्टे मुर्तजा उस पर कब्जा जमा कर बैठा हुआ है। बहरहाल भाजपा शासन काल में ही अब मुर्तजा पर कार्रवाई की गाज गिरी है।