70 साल की वृद्धा पर लाठी से हमला, जिला अस्पताल में इलाज के दौरान मौत, श्यांग थाना क्षेत्र की घटना

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कोरबा। श्यांग थाना के ग्राम छिरहुट में एक युवक ने घर में घुसकर 70 वर्षीय वृद्धा पर लाठी से हमला कर दिया। देर रात चीखने चिल्लाने की आवाज सुनकर पहुंचे लोगों ने उसे स्थानीय अस्पताल में दाखिल कराया, जहां से सीएचसी के बाद मेडिकल कॉलेज अस्पताल रेफर कर दिया गया। यहां इलाज के दौरान वृद्धा की मौत हो गई।

बताया जा रहा है कि छिरहूंट में इतवारिन बाई मंझवार 70 वर्ष अकेली निवास करती थी। वह प्रतिदिन की तरह मंगलवार की रात भोजन उपरांत अपने घर में सोई हुई थी। रात लगभग 11.30 बजे पड़ोस में रहने वाले गणेश सहित आसपास के लोगों को उसके घर से चिखने चिल्लाने की आवाज सुनाई दी। वे भागते हुए इतवारिन के घर पहुंचे, जहां वृद्धा खून से लथपथ पड़ी मिली। पूछताछ करने पर उसने किसी युवक द्वारा घर में घुसकर गाली गलौच करते हुए डंडा से हमला करने की जानकारी दी। पड़ोसियों ने उसे आनन फानन इलाज के लिए श्यांग स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में दाखिल करा दिया। घटना की जानकारी होने पर भतीजा बीरसिंह अस्पताल पहुंचा। उसने बुधवार की सुबह थाना पहुंचकर मामले की शिकायत दर्ज कराई। मामले में पुलिस ने 294,506,323,458 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर लिया। पुलिस की कार्रवाई आगे बढ़ती, इससे पहले वृद्धा को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से करतला स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेज दिया गया, जहां हालत गंभीर होने पर मेडिकल कॉलेज अस्पताल रेफर कर दिया गया। यहां उपचार के दौरान शाम करीब 4 बजे वृद्धा ने आखरी सांसें ली। मृतिका की पुत्री रतियानो बाई का कहना है कि उसकी मां पर गांव के ही एक युवक ने हमला किया था। उसकी बूढ़ी मां से क्या दुश्मनी है, इसकी जानकारी उसे भी नही है। बहरहाल मृतिका के शव को अस्पताल के मर्चयुरी में रखवाया गया है। पुलिस परिजनों की मौजूदगी में वैधानिक कार्रवाई पूरी करेगी।

देर रात तक पुलिस को नहीं मिला मेमो

बताया जा रहा है कि वृद्धा पर रात करीब 11.30 बजे हमला हुआ था। उसे प्राथमिक उपचार पश्चात हायर सेंटर ले जाने के बजाय स्थानीय अस्पताल में सुबह होने तक रखा गया। मामला थाना पहुंचने के बाद करतला रेफर किया गया, जहां से मेडिकल कॉलेज लाया गया। यहां शाम करीब 4 बजे वृद्धा की मौत हुई। ताज्जुब की बात तो यह है कि देर रात अस्पताल परिसर में ही स्थित पुलिस चौकी मेमों नही पहुंचा। यदि समय पर मेमो प्राप्त होता तो वैधानिक कार्रवाई की जा सकती थीं।

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