हाथी देखने गए थे चार किशोर…. पीछे से हाथियो ने किया हमला एक किशोर को कुचला

कोरबा। हाथियों से जनहानि का सिलसिला थम नहीं रहा है। कटघोरा वन मंडल के ग्राम अड़सरा के चार किशोर खेत में थरहा खा रहे हाथी को देखने गए थे। इसी दौरान पीछे आए हाथियों के एक और दल ने एक किशोर को सूंड से उठाकर पटक दिया और कुचलने से उसकी मौत हो गई। उसके तीन अन्य साथियों ने किसी तरह भागकर अपनी जान बचाई। मंगलवार की दोपहर हुई इस घटना में हाथियों ने दो आवासों को भी तोड़ा है। हाथियों ने छह हेक्टयर फसल को रौंद कर नष्ट कर दिया है।

जंगली हाथी को निकट सेे देखने की चाह में एक किशोर को अपनी जान गंवानी पड़ी। पसान वन परिक्षेत्र के ग्राम अड़सरा के पंडोपारा निवासी सुखदेव (16) पिता बुद्धुराम पंडों को चला कि गांव के खेत में लगे धान के पौधों को हाथी चर रहे हैं। दल में हाथी का छोटा बच्चा भी है। पसान वनपरिक्षेत्राधिकारी धर्मेंद्र चौहान ने बताया कि हाथी देखने के लिए सुखदेव अपने तीन अन्य साथियों के साथ खेत पहुंचा। चारों थरहा खा रहे हाथी को देख ही रहे थे कि पीछे से हाथियों का एक अन्य दल आ गया।

हाथियों के दल को चारों किशोर देख नहीं पाए। निकट आते ही आनन- फानन में वे भागने लगे। इस दौरान तीन तो भागने में सफल रहे है पर दल के एक हाथी ने सुखदेव को सूंड से पकड़ लिया और पटककर कुचल दिया। इससे घटना स्थल पर ही उसकी मौत हो गई। हादसे की जानकारी मिलने पर वन अमला घटना स्थल पहुंचा और हाथियों को खदेड़ा। इस दौरान पुलिस भी आ चुकी थी। शव का पंचनामा तैयार कर उसे को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। तात्कालिक सहयोग राशि 25 हजार रुपये मृतक के मां को दी गई है।

हाथियों के बीच फंसे बुजुर्गको रेस्क्यू कर निकाला

हाथियों के बीच फंसे बुजुर्ग को वन कर्मियों ने रेस्क्यू कर निकाला। वन परिक्षेत्र अधिकारी धर्मेंद्र चौहान ने बताया कि सूचना जारी किए जाने के बाद भी कुछ ग्रामीण महुआ को संग्रहित कर घर में रखें हैं। सोमवार की रात ग्राम सेन्हा में महुआ की गंध पाकर एक घर के निकट पहुंचे। घर के लोग डर से भाग खड़े हुए। भागने में असमर्थ बुजुर्ग को घर में ही छोड़ दिया। इसकी जानकारी मिलने पर वन अमले की टीम ने रेस्क्यू कर हाथी को खदेड़ बुजुर्ग को सुरक्षित घर से निकाला।