पूर्व उपसभापति बनवारी लाल अग्रवाल का निधन, छत्तीसगढ़ की राजनीति में शोक की लहर
कोरबा।
छत्तीसगढ़ की राजनीति के वरिष्ठ और सम्मानित चेहरे बनवारी लाल अग्रवाल का आज निधन हो गया। लंबे समय से अस्वस्थ चल रहे अग्रवाल ने कोरबा स्थित अपने निवास पर अंतिम सांस ली। उनके निधन की खबर फैलते ही पूरे प्रदेश में शोक की लहर दौड़ गई। भाजपा कार्यकर्ताओं, समर्थकों और स्थानीय नागरिकों ने उन्हें एक सादगीपूर्ण, जनता से जुड़ा हुआ और ईमानदार नेता बताया।
बनवारी लाल अग्रवाल दो बार कटघोरा विधानसभा क्षेत्र से विधायक रहे और छत्तीसगढ़ विधानसभा के पहले उपसभापति के रूप में भी उन्होंने अपनी सेवाएँ दीं। 1993 और 1998 के विधानसभा चुनावों में उनकी जीत ने भाजपा को क्षेत्र में मजबूत आधार दिया था। वे अपने सरल स्वभाव, जनता से जुड़ाव और विकास के प्रति समर्पण के लिए जाने जाते थे।
वकालत के क्षेत्र से राजनीति में आए अग्रवाल ने हमेशा जनता की समस्याओं को प्राथमिकता दी। उनके नेतृत्व में कटघोरा क्षेत्र में सड़क, शिक्षा और ग्रामीण विकास को नई दिशा मिली। राजनीतिक जीवन में उन्होंने कभी पद को नहीं, बल्कि सेवा को महत्व दिया।
भाजपा नेताओं ने उनके निधन को पार्टी और प्रदेश दोनों के लिए बड़ी क्षति बताया है। कई वरिष्ठ नेताओं ने सोशल मीडिया पर शोक संदेश साझा करते हुए कहा कि “बनवारी लाल अग्रवाल का जाना एक युग का अंत है, वे सादगी और समर्पण के प्रतीक थे।”
उनके पार्थिव शरीर को आज शाम अंतिम दर्शन के लिए उनके कोरबा निवास पर रखा जाएगा, जिसके बाद अंतिम संस्कार किया जाएगा।