: दिन-रात 15 कंप्यूटर ऑपरेटरों को साथ लेकर ED बना रही रिपोर्ट, कलेक्टर रानू साहू से की पूछताछ

कलेक्टोरेट की कई शाखाओं के कर्मचारी दो दिन से दिन-रात कर रहे काम, हर कोयला खदान से उत्पादन, डिस्पैच और डिलीवरी की निकाली डिटेल
रायगढ़। इन्फोर्समेंट डायरेक्टरेट की कार्रवाई शुक्रवार को भी जारी रही। अफसरों की टीम ने गुरुवार सुबह से खनिज विभाग में कार्रवाई शुरू की। तब से न तो ईडी के अफसर बाहर निकले और न ही खनिज विभाग के अधिकारी-कर्मचारी को वहां से निकलने दिया गया। बताया जा रहा है कि 15 कंप्यूटर ऑपरेटरों के साथ ईडी की टीम कंप्लीट रिपोर्ट बनवा रही है।

खनिज विभाग रायगढ़ में दो दिनों से ईडी की टीम जमी हुई है। ऐसी कार्रवाई पहली बार हुई। खनिज विभाग के अधिकारी भी भौचक्के हैं। गुरुवार सुबह से किसी को भी बाहर नहीं निकलने दिया गया। खनिज विभाग में जितने कर्मचारी थे उनके अलावा कलेक्टोरेट बिल्डिंग की अलग-अलग शाखाओं से कंप्यूटर ऑपरेटरों को कंप्यूटर समेत खनिज विभाग में बुलाया गया। जिला योजना सांख्यिकी और डायवर्सन शाखा के दफ्तर में भी ऑपरेटरों को बैठाया गया। हर ऑपरेटर को कोयला खदानों से उत्पादन, डीओ जारी, ऑनलाइन टीपी, ट्रांसपोर्टर और ई-परमिट की जानकारी निकालकर टाइप करने के लिए दिया गया।

गुरुवार को ही सात कर्मचारियों को भेजा गया था। शुक्रवार सुबह आठ और कर्मचारियों को कंप्यूटर के साथ बुलाया गया। खनिज कार्यालय में सबके मोबाइल फोन जब्त किए गए। किसी को मोबाइल पर बात करने की अनुमति नहीं दी गई। घर से कोई फोन आने पर या कोई दूसरा जरूरी कॉल आने पर ही बात करने दिया गया। जिला खनिज अधिकारी के चेम्बर में टीम के मुखिया बैठे रहे। बाकी टीम सदस्य दूसरे कक्षों में ऑपरेटरों के साथ दस्तावेज निकालकर टाइप कराते रहे।

खाना भी बाहर से पार्सल
ईडी की टीम ने खनिज विभाग में खूंटा गाड़ दिया है। शुक्रवार को भी दिन भर रिपोर्ट बनाई जाती रही। किस खदान से कितना उत्पादन हुआ और कितना डिस्पैच हुआ, यह निकाला गया। किसी को भी चेम्बर से निकलने की अनुमति नहीं थी। सभी के लिए खाना, नाश्ता सब कुछ वहीं मंगवाया जाता रहा। शुक्रवार रात को भी जांच चलती रही। सूत्रों के मुताबिक अब तक मिले सबूतों को दस्तावेजों से मिलाने का काम चलता रहा।

कई दस्तावेज गायब
सूत्रों के मुताबिक जब ईडी की टीम ने कोयला उत्पादन और डिस्पैच से जुड़ी जानकारी निकाली तो फाइलों से कई कागजात गायब मिले। ई-परमिट से जुड़े कई पत्र नहीं मिले। दो महीने पहले जब खनिज विभाग के सभी अधिकारी-कर्मचारियों का तबादला किया गया तो तभी ये दस्तावेज हटा लिए गए। पूर्व खनिज अधिकारियों ने ही कोयले से जुड़े अहम कागजात गायब किए। ईडी ने अपनी प्रेस रिलीज में इस बात की पूरी जानकारी दी है।

कलेक्टर के साथ बंगले में एंट्री
हाल ही में रायगढ़ पदस्थ हुई कलेक्टर रानू साहू के घर पर 11 अक्टूबर को जब ईडी की टीम पहुंची तो वे स्वास्थ्यगत कारणों से हैदराबाद में थी। उन्होंने यशोदा हॉस्पिटल में माइनर सर्जरी से जुड़ी जानकारी ईडी बताई और जांच में पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया था। उन्होंने ईडी मुख्यालय को भी ईमेल के जरिए वापस लौटने की जानकारी दी थी। उन्होंने बंगले की सील खोलने का अनुरोध भी ईडी से किया था। शुक्रवार शाम को ईडी की एक और टीम कलेक्टर रानू साहू के साथ बंगले पहुंची और सील खोली गई।

संचालक खनिज ने भी दिया बयान
शुक्रवार सुबह से संचालक भौमिकी एवं खनिकर्म जयप्रकाश मौर्य ने भी कुछ वेब पोर्टलों की खबर को लेकर अपना पक्ष रखा। उन्होंने कहा कि कुछ न्यूज पोर्टल गलत नीयत से उन्हें और उनकी पत्नी को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं। वे फर्जी और शरारती खबरें फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। इसलिए अनुरोध है कि कृपया केवल तथ्यात्मक समाचार प्रसारित करें। वे अपने सरकारी आवास पर हैं। अगले दिन ऑफिस ज्वॉइन करने की बात भी उन्होंने कही। श्री मौर्य ने फेक न्यूज पर ध्यान न देने की अपील की।