5 लाख रुपये एक साथ देख डोल गई कर्मचारी की नीयत…. अपने मालिक को फटका लगाने रची साजिश, कामयाब भी हो गया, लेकिन पुलिस ने महज पांच घंटे में……….

कोरबा। अपने मालिक की लाखों की रकम हड़पने एक युवक ने अपने एक अन्य साथी के साथ मिलकर ऐसी जुगत लगाई जिसमें पहले वह कामयाब तो हो गया, परंतु मामला पुलिस में जाने के बाद पुलिस ने महज 5 घंटे में इस पूरी घटना खुलासा करते हुए लूट की रकम के साथ दोनांे आरोपियों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे पहंुचा दिया है।

मामले का विवरण इस प्रकार है कि कल 20 दिसंबर की दोपहर करीब साढ़े 12 बजे प्रार्थी चमन कुमार पात्रे पिता चेतनदास उम्र 30 वर्ष निवासी बांकीमोंगरा जिला कोरबा ने थाना पहुंचकर रिपोर्ट दर्ज कराया कि प्रार्थी वाल्वोलीन कंपनी में सेल्स ऑफिसर के पद पर पदस्थ है। कोरबा निवासी विनोद कुमार अग्रवाल जिनका जे पी टायर एजेंसी है, विनोद कुमार अग्रवाल के द्वारा शनिवार 18 दिसंबर को प्रार्थी के खाते में 05 लाख रुपए ट्रांसफर किया गया और कहा गया था कि बैंक से रकम निकाल कर लेकर आना।

विनोद कुमार अग्रवाल के कहने के अनुसार प्रार्थी चमन कुमार पात्रे स्टेट बैंक बाकीमोगरा से रकम निकालकर कोरबा जा रहा था किंतु कुछ काम होने से दीपिका से होकर कोरबा जाने के लिए विनोद अग्रावल को बताकर दीपका के लिए निकला था तभी रास्ते में 02 अज्ञात बाइक सवार आए और ओवरटेक कर प्रार्थी के आंख में मिर्ची फेंक कर रुपयों से भरा हुआ बैग लूटकर भाग गए हैं। सूचना पर थाना दीपका में धारा 394 भादवि पंजीबद्ध कर विवेचना शुरू किया गया।

घटना की सूचना वरिष्ठ अधिकारियों को दी गई, मामले की गंभीरता एवं संवेदनशीलता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक कोरबा श्री भोजराम पटेल द्वारा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक वर्मा के नेतृत्व , नगर पुलिस अधीक्षक लितेश सिंह के मार्गदर्शन में घटना के आरोपी को गिरफ्तार करने हेतु निर्देश दिए गए। दिनदहाड़े घटित लूट की घटना को गंभीरता से लेते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कोरबा श्री अभिषेक वर्मा द्वारा जिले के सभी थाना क्षेत्रों में तत्काल नाकेबंदी कराकर संदिग्धों की तलाश प्रारंभ की गई, साथ ही थाना प्रभारी दीपका के साथ सायबर सेल कोरबा की टीम को मामले की जांच एवं आरोपीगण के गिरफ्तारी हेतु नियुक्त किया गया।

सायबर सेल की टीम ने बैंक एवं घटना घटित होने वाले रास्ते में लगे हुए सीसीटीवी कैमरों की जांच प्रारंभ की तो पाया की मामले का प्रार्थी 11रू13 बजे स्टेट बैंक बांकीमोंगरा से रकम निकालकर सिर में हेलमेट लगाकर मोटरसाइकिल से दीपका की ओर निकला है घटनास्थल से करीब 1 किलोमीटर पहले के सीसीटीवी कैमरे में प्रार्थी मोटरसाइकिल में जाते हुए दिखा उसके बगल में एक अज्ञात स्कूटी सवार भी चल रहा था जिसके बारे में पूछने पर प्रार्थी ने अनभिज्ञता जाहिर कर दी।

बाकीमोगरा बाजार में लगे सीसीटीवी कैमरे में भी प्रार्थी के बगल में एक दुपहिया वाहन चालक गुजरता हुआ दिखा किंतु कैमरे की क्वालिटी अच्छी ना होने से स्पष्ट नजर नहीं आ रहा था। इसके पश्चात थाना बाकीमोंगरा में लगे हुए सीसीटीवी कैमरों का अवलोकन करने पर स्पष्ट हुआ कि जो व्यक्ति घटनास्थल के थोड़ी देर पहले स्कूटी में जाते हुए दिख रहा है उसी व्यक्ति के साथ थाना बाकीमोगरा के पास के सीसीटीवी कैमरे में भी दिखाई दे रहा है। अज्ञात स्कूटी सवार के बारे में प्रार्थी से पूछे जाने पर प्रार्थी उसको जानने से इंकार कर रहा था एवं गोलमोल जवाब दे रहा था फिर पुलिस द्वारा अपने विश्वसनीय मुखबीरों के माध्यम से अज्ञात स्कूटी सवार की पहचान कराई गई तो ज्ञात हुआ कि अज्ञात स्कूटी सवार मोहम्मद जुबेर उर्फ मुन्ना खान नामक व्यक्ति है जो कि प्रार्थी का दोस्त है इसके पश्चात प्रार्थी से कड़ाई से पूछताछ की गई तो उसने अपना अपना कबूल करते हुए बताया कि जेके टायर एजेंसी वाले विनोद अग्रवाल हमेशा प्रार्थी के माध्यम से बैंक से रकम निकलवा कर मंगाते हैं। प्रार्थी के मन में लालच आ गया जो अपने साथी मोहम्मद जुबेर उर्फ मुन्ना पिता हाफिज निवासी नोनबिर्रा थाना करतला के साथ मिलकर फर्जी लूट की घटना की साजिश रची और घटना को अंजाम देने के लिए दोनों पूर्व योजना के मुताबिक कल लगभग 10ः30 बजे स्टेट बैंक बाकीमोगरा पहुंचे।

प्रार्थी चमन कुमार पात्रे बैंक जाकर 05 लाख रुपए निकाला और दोनों अलग-अलग वाहनों में दीपका की ओर रवाना हुए, घटनास्थल के पास जाकर रुपयों से भरा हुआ बैग को चमन कुमार पात्रे मोहम्मद जुबेर उर्फ मुन्ना को दे दिया और स्वयं अपनी आंखों में मिर्ची डाल कर फर्जी लूट की घटना घटित होने का नाटक किया एवम थाना दीपका में जाकर रिपोर्ट दर्ज कराया ।

मामले में आरोपीगण चमन कुमार पात्रे एवं मोहम्मद जुबेर को हिरासत में लेकर संपूर्ण रकम 05 लाख रुपए एवं घटना में प्रयुक्त एक मोटरसाइकिल एवं एक स्कूटी एवम 02 नग मोबाइल जप्त कर लिया गया है । मामले में पूर्व में धारा अज्ञात आरोपियों के विरुद्ध धारा 394 भादवि के अंतर्गत अपराध पंजीबद्ध किया गया था , धारा 394 भादवि हटाकर आरोपीगण के विरुद्ध धारा-408,182,211,34 भादवि के अंतर्गत कार्रवाई कर न्यायिक रिमांड परभेजा जा रहा है।

यह उल्लेखनीय है कि पूरे मामले का खुलासा पुलिस द्वारा मात्र 05 घण्टे के भीतर कर दिया गया है ,इस कार्यवाही में थाना प्रभारी निरीक्षक अविनाश सिंह , साइबर सेल प्रभारी उपनिरीक्षक कृष्णा साहू, प्रधान आरक्षक राम पांडे, राकेश सिंह ,आरक्षक गुनाराम सिन्हा, योगेश राजपूत, आशीष साहू, विकास कोसले, वीरेंद्र पटेल, लव पात्रे,विरकेश्वर सिंह,प्रशांत सिंह, संतोष तिवारी, गौरव चंद्रा की महत्वपूर्ण भूमिका रही है ।