छत्तीसगढ़ विधानसभा कल तक के लिए स्थगित:गृहमंत्री ने बृहस्पत सिंह की FIR पढ़कर सुनाई तो नाराज हुए सिंहदेव; बोले- जब तक सरकार जवाब नहीं देती, वे सदन में नहीं आएंगे

विधानसभा में अपनी बात रखने के बाद सिंहदेव परिसर से बाहर निकल गए। मुख्य द्वार तक आदिवासी विकास मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम और विधायक प्रीतम राम उनके साथ थे।
कांग्रेस विधायक बृहस्पत सिंह के आरोपाें पर विधानसभा की कार्रवाई दूसरे दिन भी बाधित हुई। शून्य काल में गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू इस मामले में वक्तव्य देने खड़े हुए। उन्होंने FIR की कॉपी पढ़कर सुना दी। इसके बाद विपक्ष भड़क गया कि मुद्दा वह नहीं है, जिस पर वक्तव्य दिया जा रहा है। इस बीच अचानक स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव उठ खड़े हुए। कहा कि अब बहुत हो गया, जब तक सरकार उन पर लगे आरोपों के संदर्भ में जवाब नहीं देती वे सदन में नहीं आएंगे। इसके बाद विधानसभा के बाहर निकल गए। इसके बाद कार्यवाही 5 मिनट के लिए स्थगित कर दी गई।

दरअसल, विधानसभा में विधायक बृहस्पत सिंह की ओर से दर्ज कराई गई FIR को पढ़कर गृहमंत्री सुना रहे थे। इस पर विपक्ष ने ऐतराज जताया और हंगामा होने लगा। नेता प्रतिपक्ष सहित पूरे विपक्ष ने सरकार की घेराबंदी कर दी। इस बीच स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा, मेरे बारे में और मेरे चरित्र के बारे में यहां सभी जानते हैं। मेरे माता-पिता के व्यवहार और चरित्र से सभी परिचित हैं। उसके बाद भी उन पर ऐसे आरोप लगाए जा रहे हैं। शासन की ओर से जब तक उन पर लगे आरोपों के बारे में कोई स्पष्ट जवाब नहीं आ जाता, उनका इस पवित्र सदन में रहना उचित नहीं है।

हंगामे के बीच कल तक के लिए स्थगित हुई विधानसभा
स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के बयान के बाद स्थगित हुई विधानसभा की कार्रवाई करीब 20 मिनट बाद दोबारा शुरू हुई। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने स्थगन प्रस्ताव के लिए भाजपा विधायक बृजमोहन अग्रवाल को आवाज दी। भाजपा विधायक अपनी सीट से खड़े होकर बृहस्पत सिंह के आरोपों पर सरकार के जवाब की मांग करने लगे। उनका कहना था, मामला गंभीर है। विधायक ने मंत्री पर आरोप लगाया है। खुद मंत्री ने शासन से जवाब की मांग की है, इसके बाद भी इसे छोड़ा नहीं जा सकता। विधानसभा अध्यक्ष के बार-बार कहने के बाद भी भाजपा विधायक ध्यानाकर्षण पर बात करने के लिए तैयार नहीं हुए। उसके बाद सदन की कार्रवाई बुधवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।

गृहमंत्री बोले, विधायक पर हमला नहीं हुआ
गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने विधानसभा को बताया- विधायक बृहस्पत सिंह पर हमला नहीं हुआ है। विधायक बृहस्पत सिंह 24 जुलाई की रात अम्बिकापुर पहुंचे थे। फॉलो वाहन के पीछे छूट जाने की वजह से वे पायलट वाहन के साथ ही सर्किट हाउस पहुंच गए थे। रात 10 बजे के करीब पीछे हा रहे फॉलो वाहन के साथ संजय पार्क के पास फोर्ड इंडेवर में बैठे कुछ लोगों के साथ साइड देने को लेकर विवाद हुआ। उन लोगों ने गाड़़ी को ओवरटेक कर रोका। ड्राइवर और सुरक्षाकर्मियों को गाली दी और तोड़फोड़ की। विधायक ने इसकी सूचना पुलिस को दी। ड्राइवर की तहरीर पर तुरंत FIR करके सचिन सिंह देव उर्फ वीरभद्र सिंह, सोनू उर्फ संदीप रजक और धन्नू उरांव को गिरफ्तार किया गया।

विधायक को जेड श्रेणी की सुरक्षा
गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू ने बताया, विधायक और सरगुजा विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष बृहस्पत सिंह को जेड श्रेणी की सुरक्षा दी गई है। उनको 6 पीएसओ, 3 वॉचर, 1-3 का स्थायी सशस्त्र स्कार्ट दिया गया है। उनके रामानुजगंज स्थित आवास पर 1-1-9 को स्टेटिक गार्ड और रायपुर निवास की सुरक्षा में 1-4 का स्टेटिक गार्ड तैनात किया गया है। इसके अलावा स्थानीय परिस्थितियों और क्षेत्र की संवेदनशीलता के मुताबिक अतिरिक्त पुलिस बल भी उनकी सुरक्षा में लगाया जाता है।

संसदीय कार्यमंत्री बोले, थोड़ी गलतफहमी है, सुलझा लेंगे
संसदीय कार्य मंत्री रविंद्र चौबे ने कहा- गृह मंत्री का वक्तव्य घटना और विधायक बृहस्पत सिंह की सुरक्षा व्यवस्था पर केंद्रित था। यही विधानसभा अध्यक्ष की ओर से निर्देशित हुआ था। गृह विभाग तथ्यों के आधार पर ही जवाब देता है। मुझे लगता है कि स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव को कुछ गलतफहमी हो गई। इसकी वजह से वे सदन छोड़कर चले गए। इस मसले को बातचीत से सुलझा लिया जाएगा।

कल से चल रहा है हंगामा
सोमवार को विपक्ष खासकर भाजपा ने बृहस्पत सिंह के आरोपों के हवाले से काफी हंगामा किया था। विपक्षी विधायक इस मामले की जांच विधानसभा की समिति से कराने की मांग कर रहे थे। उन्होंने सरकार पर विधायकों की सुरक्षा नहीं कर पाने का आरोप लगाया था। विधानसभा अध्यक्ष ने इस मामले में सरकार को व्यक्तव्य देने को कहा। उसके बाद मामला शांत हुआ था।

यह है पूरा विवाद
रामानुजगंज विधायक बृहस्पत सिंह के काफिले की एक गाड़ी पर शनिवार रात को सरगुजा में पत्थर फेंके गए थे। गाड़ी के ड्राइवर और गार्ड से बदसलूकी हुई। आरोप है कि स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के एक रिश्तेदार ने उनकी गाड़ी ओवरटेक करने के विवाद में ऐसा किया। घटना की जानकारी मिलते ही विधायक थाने पहुंच गए। ड्राइवर की तहरीर पर FIR लिखी गई। पुलिस ने तीन घंटे के भीतर तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। शाम को रायपुर पहुंचे विधायक ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आरोप लगा दिया कि टीएस सिंहदेव ने उन पर यह हमला कराया है। हालांकि देर रात विधायक दल की बैठक में टीएस सिंहदेव और बृहस्पत सिंह एक साथ नजर आए।