क्या जल्द खुलेंगे स्कूल! – 6वीं से 12वीं क्लास के स्टूडेंट्स और पैरेंट्स बोले जल्द शुरू होने चाहिए स्कूल, 22 जिलों में किया जा रहा सर्वे

आंकड़ों के साथ जानकारी देकर स्कूल शुरू किए जाने की मांग करेगा।
छत्तीसगढ़ में स्कूल पिछले साल से बंद हैं। अब मांग उठ रही है कि स्कूल शुरू किए जाने चाहिए। इसे लेकर प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने एक सर्वे किया है। इसमें 12 जिलों के 2 हजार पैरेंट्स ने स्कूल शुरू किए जाने को लेकर अपनी राय दी है। 6वीं से 12वीं तक के स्टूडेंट्स के पैरेंट्स कह रहे हैं कि स्कूल शुरू कर दिए जाने चाहिए। हालांकि ऑनलाइन क्लासेस जारी हैं, मगर पैरेंट्स का मानना है कि क्लास में बैठकर पढ़ने से बच्चों की तैयारी बेहतर होगी।

छोटे बच्चों को लेकर थोड़ी चिंता
इस सर्वे में 6वीं से निचली क्लास के बच्चों के माता-पिता भी शामिल किए गए। इस वर्ग में कोरोना संक्रमण को लेकर डर ज्यादा है। चूंकि इन क्लासेस के बच्चे छोटे होते हैं, लिहाजा ज्यादातर पैरेंट्स नहीं चाहते कि इस वक्त छोटी क्लास के लिए स्कूल खुले।

प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन की तरफ से कई ग्रामीण इलाकों में मोहल्ला क्लास की स्थिति का भी जायजा लिया गया। यह पाया गया कि बहुत से इलाकों में मोहल्ला क्लास भी नहीं लग रही। छोटे बच्चों को ऑनलाइन क्लास की सुविधा भी पूरी तरह से नहीं मिल रही है।

22 जिलों में सर्वे पूराकर सरकार को देंगे रिपोर्ट

प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के राजीव गुप्ता ने दैनिक भास्कर को बताया कि इस सर्वे में 22 जिलों को शामिल किया गया है। 12 जिलों से इनपुट मिल चुके हैं। ये सर्वे गूगल फॉर्म पर किया जा रहा है। पैरेंट्स से इस फॉर्म में सवाल पूछे जा रहे हैं जैसे कि क्या वो अब बच्चों को स्कूल भेजना चाहते हैं।

माना जा रहा है 15 जुलाई तक सर्वे की पूरी जानकारी एसोसिएशन के पास सभी 22 जिलों से आ जाएगी। इसके बाद 17 जुलाई को शिक्षा मंत्री से मिलकर स्कूल एसोसिएशन आंकड़ों के साथ जानकारी देकर स्कूल शुरू किए जाने की मांग करेगा। इस सर्वे में प्रदेश के 4 हजार पैरेंट्स को शामिल किया जा रहा है।

क्या है सरकार की तैयारी
शिक्षा विभाग के अफसर इस तैयारी में हैं कि स्कूल दोबारा से शुरू किए जाएं हालांकि अब तक इस पर सहमति नहीं बनी है। खबर है शिक्षा मंत्री और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की तरफ से हरी झंडी मिलने के बाद स्कूल खोले जाने की कवायद तेज होगी। जुलाई के दूसरे सप्ताह के बाद 12वीं कक्षा के रिजल्ट की घोषणा हो सकती है।

इसके बाद कोरोना संक्रमण की रफ्तार धीमी रही तो बड़ी क्लास के स्टूडेंट्स के लिए स्कूल शुरू किए जा सकते हैं। हालांकि इस वक्त स्कूल खोले जाने को लेकर सरकर ने अपना रुख साफ रखा है कि जब संक्रमण पूरी तरह से नियंत्रण में होगा तो इस पर फैसला लिया जाएगा। देश के कुछ राज्यों में स्कूल अब धीरे-धीरे शुरू किए जा रहे हैं।