कोरबा – जहर देकर तेंदुए को मारा और काटकर ले गए पंजा…..चैतमा क्षेत्र की घटना

चैतमा के राहा जंगल में एक वयस्क तेंदुआ की लाश मिली है। पोस्टमार्टम में जहर देकर मारे जाने की पुष्टि हुई है। तेंदुए की खाल उतारने की कोशिश की गई है। एक पंजा व जबड़ा शिकारी ले गए हैं। पूंछ कटी अवस्था में घटना स्थल में वन विभाग ने बरामद किया है। वन विभाग को जंगल में तेंदुए की उपस्थिति की जानकारी पूर्व में नहीं थी।

कटघोरा वनमंडल के आने वाले चैतमा वन परिक्षेत्र के अधिकारी बुधवार को उस वक्त सख्ते में आ गए जब ग्रामीणों से एक तेंदुए की लाश मिलने की खबर राहा के पास जंगल में पड़े होने की सूचना मिली। वन परिक्षेत्राधिकारी दिनेश कुर्रे व वनकर्मी मौके पर पहुंचे और जांच पड़ताल शुरू की। अधिकारियों का कहना है कि तेंदुए की उम्र करीब सात साल है। इसे पूरी तरह वयस्क माना जाता है। सामने के दो पैर में दाएं पैर का पंजा काट लिया गया है और जबड़ा भी उखाड़कर शिकारी ले गए हैं। पेट के कुछ हिस्से की चमड़ी उखाड़ ली गई है। वन कर्मियों ने आसपास के क्षेत्र को खंगाला तो तेंदुए की कटी पूंछ मिली। प्रथम दृष्टया ही यह मामला शिकार का लग रहा था। पोस्टमार्टम पशु चिकित्सक ने किया। इस दौरान जहर देकर तेंदुए को मारे जाने की जानकारी सामने आई है। इस पूरी घटना से कटघोरा डीएफओ कुमार निशांत ने वन वित्त निगम के संभागीय अधिकारी को अवगत कराया। इसके बाद अधिकारी डाग स्कवायड टीम के साथ मौके पर पहुंची । वन विभाग को उम्मीद है कि डाग की मदद से तेंदुए को मारने वाले शिकारी तक सुराग लग सकेगा। वन संरक्षण अधिनियम के धाराओं के तहत मामला पंजीबद्ध कर मामले की जांच की जा रही। वन विभाग को मामला तंत्र-मंत्र से भी जुड़े होने की आशंका है।

अब अधिकारी कह रहे तेंदुए की उपस्थिति से थे अनभिज्ञ

चिंता जनक बात यह है कि चैतमा क्षेत्र में तेंदुआ भ्रमण कर रहा था पर इसकी भनक भी वन कर्मियाें को नहीं थी। अधिकारी अब इस बात पर पर्देदारी करने यह कह रहे हैं कि तेंदुआ बिलासपुर और मरवाही के जंगल से आना- जाना करते रहते हैं, इसलिए गणना करना मुश्किल है। यहां बताना होगा कि चैतमा के ही जंगल में हाल ही में सड़क तक पहुंच गए बाघ का दावा मोबाइल में खींचे गए फोटो से किया था। वन विभाग के अधिकारी बाघ के पंजे का निशान तलाशने की कोशिश की। अब तक यह पुष्ट नहीं हो सका कि चैतमा के जंगल में है या नहीं।

तीन दिन पहले बाड़ी में बंधे बकरियाें का मार डाला था तेंदुआ

अधिकारी भले ही अपने बचाव के लिए यह कह रहे हैं कि तेंदुए की उपस्थिति से वे अनभिज्ञ से थे पर सोमवार को तेंदुए ने तीन बकरियों को मौत के घाट उतार दिया था और एक जख्मी अवस्था में मिला था। यह घटना चैतमा रेंज के सेमरा बीट के अंतर्गत आने वाले पटपरा में हुई थी। यहां रहने वाले सीताराम यादव बकरी पालन का काम करता है। घर के बाड़ी में कुछ बकरियां बंधी हुइ थी। रात को तेंदुआ बाड़ी में घुस गया था। सुबह सीताराम उठा तो एक बकरी छटपटाती मिली, जबकि तीन की मौत हो चुकी थी। बकरी के मिले निशान से तेंदुए के हमले का पता चला था।