कारोबारी के बेटे को किया किडनैप:काम से निकालने पर कुक ने घर के बाहर खेल रहे मालिक के बेटे को उठाया, 25 लाख रुपए फिरौती मांगने की थी तैयारी….. पुलिस ने 7 घंटे में किया बच्चे को बरामद

किडनैप होने के बाद रायगढ़ एसपी रात भर झारखंड के कई जिलों के एसपी से बात कर मिशन को दिया अंजाम
छत्तीसगढ़ के रायगढ़ से किडपैन कर बाइक से ले जा रहा था कुक, रायगढ़ पुलिस ने झारखंड के खूंटी में पकड़ा
शनिवार की शाम खरसिया में अपने घर के बाहर खेल रहे 6 साल के शिवांश को किडनैप कर लिया गया। उसे उसके घर में काम करने वाले कुक ने बाइक पर बैठाया और फरार हो गया। जब घर वालों को बच्चा नहीं मिला तो रात करीब 8 बजे मामला पुलिस के पास पहुंचा।

शुरुआती जांच में CCTV फुटेज पुलिस को मिला जिसमें खिलावन दास महंत नाम का कुक शिवांश को अपने साथ ले जाता नजर आया। बच्चे के घर वालों ने बताया कि खिलावन उनके घर पर कुछ महीनों पहले कुक के तौर पर काम कर रहा था। हाल ही में उसे काम से निकाला था। पुलिस मामले को समझ चुकी थी। अब खिलावन को ट्रेस करने का काम शुरू कर दिया गया।

सात घंटे में पूरा किया गया मिशन

पुलिस को पता चला कि खिलावन बच्चे को लेकर रांची की तरफ भाग रहा है। रायगढ़ के एसपी संतोष सिंह रातभर झारखंड के अलग-अलग जिलो के एसपी से फोन पर बात करते रहे। झारखंड के हर उस जिले में नाकेबंदी की जा रही थी जहां से खिलावन भाग रहा था। मगर शातिर ने बच्चे को लेकर आगे निकलता जा रहा था।

इधर, रात के वक्त रायगढ़ से भी पुलिस की टीम खिलावन को पकड़ने निकल चुकी थी। दूसरी तरफ आरोपी बच्चों को लेकर भागता जा रहा था। आखिरकार झारखंड के खूंटी जिले में टीम ने इसे पकड़ लिया। इसके कुछ साथियों को भी गिरफ्तार किया गया है। मामले में आरोपियों से पूछताछ जारी है। रविवार देर शाम तक इस केस से जुड़े और अपडेट सामने आ सकते हैं।

झारखंड के प्रोफेशनल गिरोह को बच्चे को सौंपने की थी तैयारी

रायगढ़ एसपी संतोष सिंह ने दैनिक भास्कर को बताया कि किडनैपिंग फिरौती के लिए की गई थी। शिवांश खरसिया के व्यापारी राहुल अग्रवाल का बेटा है। इनके घर काम करने वाला कुक खिलावन दास ही किडनैपिंग का मास्टरमाइंड है। हम उससे पूछताछ कर रहे हैं। अब तक यह पता चला है कि उसने रांची में रहने वाले अपने दोस्त के साथ मिलकर इस पूरी घटना को अंजाम देने की प्लानिंग की थी।

एसपी संतोष सिंह ने बताया शिवांश के बदले आरोपी करीब 25 लाख रुपए की फिरौती मांगने वाले थे। अपहरणकर्ता बच्चे को झारखंड ले जाकर वहां के प्रोफेशनल गैंग को सौंपने की तैयारी में थे। वह बच्चे के परिवार पर रुपए के लिए दबाव बनाने वाले थे, लेकिन टीम की मुस्तैदी की वजह से यह मुमकिन नहीं हो पाया।

छत्तीसगढ़ के DGP DM अवस्थी ने बच्चे की सकुशल बरामदगी के लिए छत्तीसगढ़ पुलिस, IG डांगी, रायगढ़ के एसपी संतोष सिंह के अलावा झारखंड पुलिस, रांची एसपी, खूंटी एसपी और सिमडेगा एसपी को बधाई दी है।