एनटीपीसी कोरबा एवं सीपत में 800- 800 मेगावाट क्षमता वाली यूनिट प्रस्तावित – मुख्य महाप्रबंधक बी रामचंद्र राव

राख की 100% उपयोगिता आ रही आड़े
कोरबा ) देश की सबसे बड़ी बिजली उत्पादन कंपनी नेशनल थर्मल पॉवर कारपोरेशन (एनटीपीसी) छत्तीसगढ़ में 800 मेगावाट क्षमता वाली दो नई इकाई स्थापित करेगा। इनमें 800 मेगावाट क्षमता वाली एक इकाई सीपत में तथा दूसरी यूनिट कोरबा में प्रस्तावित है।
सार्वजनिक क्षेत्र के वृहद उपक्रम एनटीपीसी की कोरबा इकाई कोरबा सुपर थर्मल पावर स्टेशन के मुख्य महाप्रबंधक बी. रामचंद्र राव ने इस संदर्भ में एक्सप्रेस मीडिया सर्विस से चर्चा करते हुए आज बताया कि बिलासपुर एनटीपीसी सीपत के लिए 800 मेगावाट क्षमता वाली इकाई के लिए स्वीकृति मिल चुकी है तथा एनटीपीसी कोरबा के लिए भी 800 मेगावाट क्षमता वाली इकाई प्रस्तावित है। संयंत्र परिसर में ही इसे स्थापित किया जाना है, लेकिन राख उपयोगिता शत-प्रतिशत नहीं होने के कारण विस्तार परियोजना में विलंब हो रहा है। श्री राव ने कहा कि वर्तमान में राख की उपयोगिता की स्थिति 60 से 70 प्रतिशत है। उन्होंने कहा कि कोरबा के आसपास सीमेंट उद्योग नहीं होने कारण राख की पूरी खपत नहीं हो पा रही है। हालांकि प्रबंधन शत-प्रतिशत राख उपयोगिता के लिए पूरा प्रयास कर रहा है।
एनटीपीसी के परियोजना प्रमुख ने बी. रामचंद्र राव ने बताया कि ग्रीन एनर्जी की दिशा में काम चल रहा है। एनटीपीसी कोरबा द्वारा 30 मेगावाट क्षमता वाला सोलर विद्युत संयंत्र स्थापित किया जाएगा। भारत सरकार की योजना 2032 तक 50 प्रतिशत एनर्जी रिन्यूएबल एनर्जी के माध्यम से प्राप्त करने की है। आज कोरबा पश्चिम क्षेत्र में स्थित एनटीपीसी के जमनीपाली स्थित विकास भवन के प्रागंण में आयोजित एक वार्ता के दौरान संयंत्र में पदस्थ वरिष्ठ अधिकारीयो की उपस्तिथि में श्री राओ ने स्थानीय महत्वपूर्ण जानकारी हर्षपूर्ण ढंग से देते हुए बताया की कोरबा संयंत्र ने यूँ तो हर क्षेत्र में सदैव कीर्तिमान गड़े हैं किन्तु इस बार सर्वाधिक उत्पादन का कीर्तिमान स्थापित कर विद्युत के क्षेत्र में अपनी परिणाम पूर्ण कार्य शैली का डंका बजा दिया हैं।
स्थानीय पत्रकारों से पृथक-पृथक सौजन्य भेट की और बतया की एनटीपीसी कोरबा द्वारा प्रदूषण नियंत्रण के लिए प्रत्येक स्तर पर परिणाम पूर्ण उपाय किये जाते हैं। उन्होंने बताया कि वर्तमान में कोरबा देश का नम्बर एक संयंत्र बना हुआ है। संयंत्र दोहन घटक (प्लांट लोड फैक्टर) 91.4 प्रतिशत पर है। सीएसआर के क्षेत्र में भी व्यापक कार्य हो रहा है। श्री राव ने बताया कि ग्रीन एनर्जी की दिशा में काम चल रहा है। एनटीपीसी कोरबा द्वारा 30 मेगावाट क्षमता वाला सोलर विद्युत संयंत्र स्थापित किया जाएगा।

10 फरवरी / मित्तल