इस राज्य में कोरोना ने मचाया कोहराम!… 24 घंटो में 31 हजार से ज्यादा नए मामले, 200 से अधिक लोगों की मौत

 

नईदिल्ली 25 अगस्त 2021. भारत में कोरोना खत्म नहीं हुआ. पिछले 24 घंटो में सामने आए नए मामलों में 65 फीसदी मामले सिर्फ एक राज्य केरल से सामने आए हैं. केरल में हालात अभी चिंताजनक बनी हुई है. वहीं जानकारों का मानना है कि केरल में बढ़ते मामलों के पीछे की सबसे बड़ी वजह ये है कि वहां की बड़ी आबादी संक्रमणसे बची हुई थी, जो अब संक्रमित हो रही है. बुधवार को कुल 215 लोगों की मौत हो चुकी है। केरल में स्वास्थ्य मंत्रालय ने जो आकंड़े जारी किये हैं उससे पता चलता है कि राज्य में संक्रमण कम होने का नाम नहीं ले रहा है। अकेले बुधवार को 31,455 नए मामले सामने आने के बाद चिंता और भी बढ़ गई है। इतना ही नहीं राज्य में कोरोना वायरस के संक्रमण की दर बढ़कर 12 प्रतिशत से भी ऊपर पहुंच गई है। राज्य में कोरोना ने रफ्तार पकड़ ली है तो इस बीच राज्य की स्वास्थ्य मंत्री वीणा जॉर्ज ने विभाग के साथ एक आपात बैठक कर कोविड-19 मरीजों की बढ़ती संख्या की समीक्षा और यथासंभव ज्यादा से ज्यादा लोगों के लिए वैक्सीनेशन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। बता दें कि केरल सरकार ने सितंबर के आखिरी तक 18 साल से ऊपर के सभी लोगों को कोविड-19 वैक्सीन की कम से कम एक खुराक लगा देने का लक्ष्य रखा है।

इस बाबत स्वास्थ्य मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वैक्सीनेशन लगाने में देरी से बचने पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा है कि सीरिंज की कमी की समस्या का समाधान किया जा रहा है। जॉर्ज ने कहा है कि केंद्र ने राज्य को 1.11 करोड़ वैक्सीन देने का वादा किया है और ऐसे में शीघ्र ही अधिक खुराक उपलब्ध होंगी। आपको बता दें कि राज्य की पिनरई विजयन सरकार की तमाम कवायदों के बावजूद विधानसभा में विपक्ष के नेता वीडी सतीशन ने आरोप लगाया है कि राज्य में कोविड नियंत्रण प्रणाली नाकाम हो गई है और सरकार रोग प्रबंधन के लिए अपनी मौजूदा रणनीतियों और कार्यप्रणाली को दुरुस्त करे। कांग्रेस नेता ने कहा कि आंकड़ों के विश्लेषण की कमी ने दक्षिणी राज्य में अनुसंधान गतिविधियों को भी गंभीर रूप से प्रभावित किया है।

सतीशन ने सरकार पर टीकाकरण पर सिर्फ 29 करोड़ रुपये खर्च करने का आरोप लगाया जबकि 817 करोड़ रुपये टीका चुनौती के जरिए जुटाए गए थे। उन्होंने मांग की कि शेष राशि का इस्तेमाल निजी अस्पतालों में टीको पर सब्सिडी देने के लिए किया जाए। उन्होंने यह भी आग्रह किया कि राज्य सरकार को आरटी-पीसीआर जांच की संख्या बढ़ानी चाहिए क्योंकि एंटीजन टेस्ट विश्वसनीय नहीं है।

सतीशन ने कहा कि पहले कहा गया कि केरल का कोविड प्रबंधन अन्य राज्यों की तुलना में प्रभावी है लेकिन अब देश में सबसे ज्यादा मामले केरल से ही आ रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि सरकार को समझ नहीं आ रहा है कि कोविड के बढ़ते मामलों को नियंत्रित करने के लिए क्या किया जाए। इससे पहले केरल में मंगलवार को कोरोना वायरस के 24,296 मामले आए थे। यह 26 मई के बाद दूसरी बार है जब मामलों की संख्या 24000 के पार गई है। 26 मई को 28,798 मामले आए थे।