कोरबा – श्रम कराने लाए गए सात बच्चे आंध्र प्रदेश में छुड़ाए गए, तीन छत्तीसगढ़ व चार यूपी के….जल्द ही कोरबा लाये जाएँगे बच्चें

कोरबा।

आंध्रप्रदेश के तिरुचिरापल्ली स्टेशन में रेलवे सुरक्षा बल ने सात बच्चों को रेस्क्यू किया है। इसमें छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले के
16 साल के तीन व उत्तर प्रदेश के चार बच्चे शामिल हैं। माता-पिता का हाथ बंटाने की सोच घर से 2200 किलोमीटर दूर पहुंच गए इन बच्चों को घरेलू काम-काज के बदले प्रतिदिन 400 रुपये मेहनताना मिलने का लालच दिया गया था। काउंसिलिंग के बाद उन्हें तिरुचिरापल्ली स्थित बाल आश्रय गृह में सुरक्षित ठहराया गया है। तिरुचिरापल्ली बाल कल्याण समिति की ओर से बाल कल्याण समिति कोरबा से संपर्क करते हुए वहां तीनों बच्चों के होने की सूचना भेजी गई है। आगामी दिनों में वैधानिक प्रक्रिया पूर्ण कर उन्हें कोरबा वापस लाने व उनके गांव पहुंचाने की कार्रवाई की जाएगी।

– कोरबा के तीनों बच्चों को झांसे में लेने वाला एजेंट गिरवर लाल चौहान और वह भी कोरबा के कटघोरा का ही रहने वाला है। वह उनके माता-पिता से संपर्क कर तिरुचिरापल्ली में काम दिलाने का झांसा दिया था। इसके बदले किसी प्रकार की राशि एडवांस के तौर पर नहीं दी थी।

बाल कल्याण समिति की सदस्य बीता चक्रवर्ती ने बताया कि ये जानकारी तिरुचपल्ली के बल कल्यान समिति से कोरबा भेजी गई है ।इस मामले में बच्चों का सामाजिक जांच करवाकर उनको कोरबा लेन की व्यवस्था की जाएगी।