कोरबा – गूंगी-बहरी महिला सुन नहीं पाई आहट, हाथियों ने कुचलकर मार डाला.…कटघोरा वनमंडल का मामला

 

कटघोरा वन मंडल के वनांचल ग्राम अमझर में एक  महिला को हाथी ने कुचलकर मार डाला. वह वृद्ध महिला गूंगी और बहरी थी. इस कारण वह हाथियों की आहट सुन नहीं पाई.
कोरबा : कटघोरा वन मंडल के वनांचल ग्राम अमझर में एक 35 साल की  महिला  दशमतिया बाई पति जयसिंह धनुवार को हाथी ने कुचलकर मार डाला (elephant crushed to death). जानकारी के अनुसार अमझर कटघोरा वन मंडल के पसान रेंज के अंतर्गत आने वाला वनांचल ग्राम है, जहां लंबे समय से हाथियों का आतंक है. हाथी जब गांव की तरफ बढ़े तो बाकी लोग आहट सुनकर भाग गए. जिस महिला की मौत हुई है, वह मूक-बधिर (Deaf mute) थी. आहट सुन नहीं पाने के कारण वह वहीं फंस गई. हाथी ने महिला को अकेला पाकर बुरी तरह से कुचल दिया, जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई है. घटना शुक्रवार सुबह की बताई जा रही है.

क्षत-विक्षत अवस्था में मिला शवमृत महिला गांव में घास-फूंस की एक झोपड़ीनुमा मकान में रहकर किसी तरह गुजर-बसर करती थी. गांव के समीप हाथियों का झुंड मौजूद था. बुजुर्ग महिला बहरी थी. जिसके कारण हाथियों की आहट सुन ही नहीं सकी.
हाथी ने उसे सामने पाकर कुचल कर मार डाला. आमतौर पर हिंसक हाथी से जब किसी व्यक्ति का अकेले सामना हो जाता है, तब हाथी बेहद विभत्स तरीके से कुचलकर व्यक्ति को मौत के घाट उतार देते हैं. वह पैरों से कुचलने के साथ ही सूंड से हाथ-पैर उखाड़ने का भी प्रयास करते हैं. तरह की घटनाएं बेहद हृदय विदारक और दर्दनाक होती हैं.

घटना की सूचना पाकर वन विभाग के कर्मचारी भी मौके पर पहुंचे. विधिवत कार्रवाई शुरू कर दी. इस संबंध में पसान रेंज के रेंजर धर्मेंद्र चौहान ने बताया कि हाथी के हमले से महिला की मौत हुई है. हाथियों और मानव के द्वंद को रोकने के लिए वन विभाग लगातार प्रयास कर रहा है. कई बार हाथी गांव के समीप पहुंच जाते हैं और ग्रामीणों को अकेला पाकर मौत के घाट उतार देते हैं. ताजा मामले में भी ऐसा ही हुआ है, महिला सुन नहीं सकती थी. इसलिए वहां हाथियों की चपेट में आ गई. मुआवजा प्रकरण तैयार कर विभागीय कार्रवाई की जा रही है.