आश्रम-छात्रावासों का होगा आकस्मिक निरीक्षण, मुख्य द्वार को फोकस करते सीसीटीवी कैमरे भी लगेंगे….मेधावी बच्चों का होगा चिन्हांकन, नियमित तौर पर कराया जाएगा लेखन प्रैक्टिस

  1. कलेक्टर रानू साहू ने ली समय सीमा की साप्ताहिक समीक्षा बैठक, दिए जरूरी निर्देश
    कोरबा 28 सितंबर 2021/कोरबा जिले के आश्रम-छात्रावासों में सुरक्षा सहित अन्य व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के लिए जिला प्रशासन सजग है। आश्रम-छात्रावासों में रह रहे बच्चों की सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता करने के लिए परिसर में मुख्य द्वार को फोकस करते हुए सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे जिससे आश्रम-छात्रावासों में होने वाली गतिविधियों की निगरानी की जा सके। कलेक्टर श्रीमती रानू साहू ने आज आयोजित समय सीमा की साप्ताहिक समीक्षा बैठक में कोरबा जिले के आश्रम-छात्रावासों में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। कलेक्टर श्रीमती साहू ने सभी एसडीएम एवं जिला स्तरीय अधिकारियों को आश्रम एवं छात्रावास के सतत निगरानी करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने आश्रम-छात्रावासों के रात में औचक निरीक्षण करने और निरीक्षण दल में महिला अधिकारियों को भी शामिल करने के निर्देश दिए। कलेक्टर श्रीमती साहू ने बैठक में पुलिस अधिकारियों को रात्रि गश्त के दौरान आश्रम-छात्रावासांे का औचक निरीक्षण करने के निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान महिला पुलिसकर्मियों को भी निरीक्षण दल में अनिवार्यतः शामिल करने के भी निर्देश दिए। कलेक्टर ने समय सीमा की साप्ताहिक समीक्षा बैठक में विभिन्न विभागों के कार्यों की समीक्षा की। इस दौरान जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री कुंदन कुमार, नगर निगम आयुक्त श्री कुलदीप शर्मा, एसडीएम कोरबा श्री सुनील नायक, एसडीएम कटघोरा श्री नंद जी पाण्डेय, संयुक्त कलेक्टर श्रीमती सूर्यकिरण तिवारी सहित सभी विभागों के जिला स्तरीय अधिकारीगण मौजूद रहे।
    *शिक्षा गुणवत्ता पर फोकस: स्कूली बच्चों को नियमित लेखन प्रैक्टिस कराने के निर्देश -* समय सीमा की बैठक में कलेक्टर श्रीमती साहू ने शिक्षा व्यवस्था को और बेहतर करने के लिए शिक्षा गुणवत्ता पर फोकस करने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि कक्षा दसवीं एवं बारहवीं के मेधावी विद्यार्थियों का चिन्हांकन कर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी करवाने के लिए मार्गदर्शन दिया जाए। स्कूली बच्चों की लेखन शैली को बेहतर करने के लिए कक्षा तीसरी से ही बच्चों को नियमित तौर पर राईटिंग प्रैक्टिस करवाया जाए। पूरे हो चुके पाठ्यक्रम एवं पिछले वर्ष की परीक्षा के प्रश्न पत्रों को हल करने के लिए नियमित तौर पर प्रोत्साहित करें। श्रीमती साहू ने कहा कि शिक्षा गुणवत्ता में किसी भी प्रकार की कमी नहीं होनी चाहिए। विद्यार्थियों को शुरू से ही प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता हासिल करने के अनुरूप तैयार करने जरूरी सुधार के निर्देश कलेक्टर ने बैठक में दिए। उन्होंने स्कूली परीक्षाओं में शत-प्रतिशत परीक्षा परिणाम लाने के लिए फोकस करने अधिकारियों को निर्देशित किया। कलेक्टर ने कहा कि विद्यार्थियों को जवाहर नवोदय, जवाहर उत्कर्ष, सैनिक स्कूल प्रवेश, एनडीए, राष्ट्रीय प्रतिभा खोज परीक्षा, जूनियर सांईटिस्ट परीक्षा, इंजीनियरिंग, मेडिकल प्रवेश परीक्षा एवं अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं के बारे में विस्तार से बताने के साथ-साथ उन्हें इन परीक्षाओं की तैयारी के लिए प्रेरित किया जाए।