विष्णु देव साय होंगे छत्तीसगढ़ के नए CM, BJP विधायक दल की बैठक में हुआ फैसला

विष्णु देव साय होंगे छत्तीसगढ़ के नए CM, BJP विधायक दल की बैठक में हुआ फैसला

 

विष्णुदेव साय की जब राज्यसभा सदस्यता समाप्त हो रही थी तो उस समारोह में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उन्हें अश्वस्त किया था कि आगे उनका ध्यान रखा जाएगा। वे जब प्रचार करने कुनकरी आए थे, उस समय भी रोड शो में अमित शाह ने लोगों को अश्वस्त किया था, आप इन्हें विधायक बनाइये, हम इन्हें बड़ा आदमी बनाएंगे। और विष्णुदेव साय मुख्यमंत्री नियुक्त हो गए। उधर, पूर्व मुख्यमंत्री डॉ0 रमन सिंह भले ही चौथी बार मुख्यमंत्री नहीं बन पाए। मगर छत्तीसगढ़ के नए मुख्यमंत्री के चयन में उनकी पसंद का ध्यान रखा गया। ये पुख्ता खबर है कि कल शाम ये तय हो गया था कि रमन सिंह को चौथी बार मुख्यमंत्री बनाने के पक्ष में केंद्रीय नेतृत्व नहीं है। उनके खिलाफ 15 साल मुख्यमंत्री रहना जा रहा था। लेकिन, रमन का बीजेपी में काफी सम्मान है। लिहाजा, उनके पसंद का ध्यान रखा गया। हालांकि, मुख्यमंत्री के लिए बीजेपी अध्यक्ष अरुण साव का भी नाम था। मगर जाहिर है, अरुण रमन के कैंप के नहीं हैं। रमन चाहते थे कि वे नहीं तो विष्णुदेव को मौका दिया जाए। जाहिर है, दो बार बीजेपी का प्रदेश अध्यक्ष़्ा बनाने में रमन सिंह की भूमिका रही।

विष्णुदेव राय छत्तीसगढ़ की कुनकुरी इलाके के कांसाबेल से लगे बगिया गांव के रहने वाले मूलतः किसान हैं। राज्य में आदिवासी समुदाय की आबादी सबसे अधिक है और वे इसी समुदाय का प्रतिनिधित्व करते हैं। उनकी गिनती रमन सिंह के करीबी लोगों में होती है। 1989 में अपने गांव बगिया से पंच पद से राजनीतिक जीवन की शुरुआत करने वाले विष्णुदेव साय 1990 में निर्विरोध सरपंच निर्वाचित हुए थे। इसके बाद तपकरा से विधायक चुनकर 1990 से 1998 तक वे मध्यप्रदेश विधानसभा के सदस्य रहे। इसके बाद 1999 में वे 13 वीं लोकसभा के लिए रायगढ़ लोकसभा क्षेत्र से सांसद निर्वाचित हुए। इसके बाद भाजपा ने उन्हें 2006 में पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया। इसके बाद 2009 में 15 वीं लोकसभा के लिए हुए चुनाव में वे रायगढ़ लोकसभा क्षेत्र से फिर से सांसद बने। इसके बाद 2014 में 16 वीं लोकसभा के लिए वे फिर से रायगढ़ से सांसद बने। इस बार केंद्र में मोदी की सरकार ने उन्हें केंद्रीय राज्यमंत्री, इस्पात खान, श्रम, रोजगार मंत्रालय बनाया। वे 27 मई 2014 से 2019 तक इस पद पर रहे। पार्टी ने 2 दिसंबर 2022 को उन्हें राष्ट्रीय कार्यसमिति सदस्य और विशेष आमंत्रित सदस्य बनाया। इसके बाद विष्णुदेव साय 8 जुलाई 2023 को भाजपा ने राष्ट्रीय कार्यसमिति का सदस्य बनाया। विष्णुदेव साय 2020 में भी बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष रहे हैं। सांसद और केंद्रीय मंत्री भी रहे हैं। संघ के करीबी नेताओं में उनकी गिनती होती है। विष्णुदेव साय की इसी मजबूत प्रोफाइल की वजह से उन्हें पार्टी ने सबसे बड़ा पद दिया है।